Thursday, February 11, 2021

EPS 95 NAC NEWS TODAY: EPS 95 Pensioners Meeting for EPS 95 Minimum Pension Hike 7500+DA

राष्ट्रीय संघर्ष समिति आगरा, मथुरा


दिनांक 10-02-2021को आगरा मंडल मासिक बैठक ईदगाह बस स्टैंड आगरा परिसर मे श्री राम सेवक गुप्ता, मंडल अध्यक्ष के अध्यक्षता मे और संचालन श्री रामजी लाल त्यागी जी ने किया!

श्री आर बी लाल शर्मा जी प्रान्तीय समन्वयक ( पच्छिम क्षेत्र ) ने अपने सम्बोधन मे यह अस्वासन दिया की हम कामयाबी के करीब है और पूरा उम्मीद है इसी सत्र मे हमारी मांग मान ली जाये,जैसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के द्वारा विडिओ के माध्यम से जानकारी दी गयी है,नहीं तो हमें बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा!


बैठक मे मुख्य रूप से निम्नलिखित पदाधिकारियों की श्री आर बी लाल शर्मा प्रान्तीय संजोजक, श्री रामबाबू गुप्ता प्रान्तीय संगठन मंत्री, श्री राम सेवक गुप्ता मंडल अध्यक्ष, श्री कर्ण सिंह मंडल सचिव, बदन सिंह मंडल बरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री रामजी लाल त्यागी, श्री सुभाष गौतम, श्री एम एल अस्थाना (पराग डेरी ), श्री राजेंद्र सिंह, श्री मुन्ना लाल निराला, श्री एदल सिंह एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे और अपना वक्तव्य व्यक्त किया!

सभी उपस्थित सदस्यों को धन्यवाद!

रामबाबू गुप्ता

प्रान्तीय संगठन मंत्री 

राम सेवक गुप्ता

मंडल अध्यक्ष


राष्ट्रीय संघर्ष समिति  बलिया 

आज दिनांक 10-02-2021को आजमगढ़ मंडल के बलिया जिले की मासिक बैठक बलिया बस स्टैंड बलिया हनुमान मंदिर परिसर मे श्री कमलेश श्रीवास्तव प्रान्तीय संगठन मंत्री पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्षता मे और संचालन श्री रामजन्म लाल जिला अध्यक्ष बलिया ने किया!

श्री कमलेश श्रीवास्तव  प्रान्तीय संगठन मंत्री ( पूर्वी क्षेत्र ) ने अपने सम्बोधन मे यह अस्वासन दिया की हम कामयाबी के करीब है और पूरा उम्मीद है इसी सत्र मे हमारी मांग मान ली जाये,जैसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के द्वारा विडिओ के माध्यम से जानकारी दी गयी है,नहीं तो हमें बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा!


बैठक मे मुख्य रूप से निम्नलिखित पदाधिकारियों की श्री छोटे लाल आर्मी, श्री फौजदार मऊ, श्रीमदन कुमार मऊ, श्री रामशंकर राम, अजित सिंह, जितेंद्र सिंह,ठाकुर सिंह, तेज बहादुर यादव,तेजबहादुर राय,शिवशंकर राम, बिशेसवेर राम,बाल किशन,रामाधार यादव,विश्वनाथ यादव,मंसूर अहमद,अरविन्द राव सेतु निगम एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे और अपना वक्तव्य व्यक्त किया!

सभी उपस्थित सदस्यों को धन्यवाद!

कमलेश श्रीवास्तव

प्रान्तीय संगठन मंत्री

रामजन्म लाल

जिला अध्यक्ष बलिया 


Wednesday, February 10, 2021

Good News For Pensioners: केन्द्र सरकार ने माना पेंशन व्यवस्था से जुड़ा कोर्ट का यह निर्णय, लोकसभा में दी जानकारी, मिलेगा बढ़ी हुई पेंशन का लाभ

पुरानी पेंशन व्यवस्था से जुड़े एक मामले को केन्द्र सरकार (Central Government) ने अपनी मंजूरी दे दी है। यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट में विचाराधीन था। लेकिन कोर्ट का फैसला आने के बाद अब इसे सरकार की भी मंजूरी मिल गई है। लोकसभा में एक सांसद के सवाल के जवाब में सरकार ने यह जानकारी दी है। सरकार के इस कदम से बड़ी संख्या में केन्द्र सरकार के कर्मचारियों को इसका फायदा मिलेगा। इस मामले में कई कर्मचारियों ने कोर्ट का रुख किया था। कई साल तक चली सुनवाई के बाद यह फैसला आया है। अब कर्मचारियों को पुरानी पेंशन  (Pension) व्यवस्था के तहत ही रिटायर होने पर पेंशन का लाभ मिलेगा।


बड़ी संख्या में केन्द्र सरकार के अधीन ऐसे कर्मचारी थे जिन्हें नई पेंशन व्यवस्था राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के तहत भर्ती किया गया था। लेकिन कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले ऐसे कर्मचारियों का आरोप था कि वो साल 2004 से पहले सफल घोषित किए गए थे। चयन भी 2004 से पहले हो गया था, लेकिन उनकी नियुक्ति 2004 के बाद हुई।

इसी तरह के और भी कई कारण थे जिसके चलते उनकी नौकरी 2004 के बाद शुरु हुई थी। और इसी के चलते सरकार ने उन्हें एनपीएस के तहत रखा था। दिल्ली हाईकोर्ट ने इस पर फैसला देते हुए कहा था कि सरकार ऐसे कर्मचारियों को पुरानी पेंशन व्यवस्था का ही लाभ दे। जिसे सरकार ने मान भी लिया है।


वैसे तो देशभर में किसी एक नहीं दर्जनों विभाग में पेंशन की नई व्यवस्था एनपीएस लागू कर दी गई है। लेकिन 2004 से सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी और असम राइफल्स में भर्ती होने वाले जवानों को भी नई पेंशन स्कीम के तहत रखा गया है। पेंशन दोबारा से चालू हो जाए। पहले की तरह ही पुरानी पेंशन का लाभ मिलता रहे इसके लिए सीआरपीएफ के आईजी रिटायर्ड वीपीएस पनवर लगातार आवाज़ उठा रहे हैं।


नेशनल कोआर्डिनेशन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री पर्सनल वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमेन वीपीएस पनवर बताते हैं कि मैं पिछले 4 साल से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग कर रहा हूं। इस बारे में गृह मंत्रालय और पीएमओ सहित सभी संबंधित विभागों को दर्जनों चिठ्ठी लिखी जा चुकी हैं। लेकिन हैरत की बात ये है कि पीएमओ को छोड़कर किसी ने भी आजतक एक भी चिठ्ठी का जवाब नहीं दिया है। पीएमओ से आई चिठ्ठी में भी सिर्फ इतना ही लिखा था कि आपकी चिठ्ठी को हमने संबंधित विभाग को आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया है।




Tuesday, February 9, 2021

EPS 95 PENSION NEWS: कई EPS-95पेंशनधारकों को लग सकता है झटका, 1 मार्च से बंद हो सकती है आपकी पेंशन

EPS 95 PENSION HIKE 7500+DA LATEST NEWS | EPS 95 PENSION HIKE NEWS

कर्मचारी पेंशन योजना के तहत सभी पेंशनर्स को महीने की पेंशन पाने के लिए हर साल डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट या किसी भी माध्यम से जीवित होने का प्रमाण पत्र जमा करना होता है।  EPFO के 135 क्षेत्रीय कार्यालय और 117 जिला कार्यालय के अलावा पेंशनभोगी नजदीकी डाकघर में जाकर जीवन प्रमाण पत्र जमा करा सकते हैं। देश भर में 3.65 लाख से अधिक साझा सेवा केंद्र (CSC) और उमंग एप्स भी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र को जमा किया जा सकता है।


इसके अलावा बुजुर्गों का ध्यान में रखकर जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा घर तक पहुंचाने का कार्य किया गया है। ₹70 शुल्क के साथ 48 घंटे में नजदीकी डाक ऑफिस से डाककर्मी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र घर तक पहुंचाने का काम करते हैं। इसके लिए डाक विभाग की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के जरिए आवेदन किया जा सकता है।

श्रम मंत्रालय के अनुसार कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (EPS-95) के तहत सभी EPS 95 पेंशनधारकों को जीवित होने का प्रमाण पत्र या डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाना अनिवार्य होता है। वही कोरोना की गंभीर समस्या को देखते हुए कर्मचारी पेंशन योजना 1995 के पेंशनभोगियों को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए कई विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं।


कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन भी बंद हो सकती है दरसल कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने अक्टूबर 2020 में गाइडलाइन जारी की थी जिसके मुताबिक कर्मचारियों को 28 फरवरी 2021 तक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र या फिर किसी भी माध्यम से जीवित होने का प्रमाण पत्र या फिर पोस्ट ऑफिस में जाकर जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने हैं। 28 फरवरी तक अगर ऐसा नहीं किया गया तो पेंशनधारकों को मिलने वाली पेंशन बंद हो जाएगी। नियम के मुताबिक 1 मार्च 2021 के बाद जिन्होंने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा नहीं किया है ऐसे पेंशनधारकों की पेंशन को उनके खाते से जमा नहीं की जाएगा।


बता दें कि कोरोनावायरस महामारी को देखते हुए ईपीएफओ मुख्यालय द्वारा 1 नवंबर 2020 को जीवन प्रमाण पत्र की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया था। जिसके बाद से पिछले जीवन प्रमाण पत्र की जारी तारीख से लेकर साल भर तक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की मान्यता मानी जाएगी। साथ ही ईपीएफओ ने बैंक पोस्ट ऑफिस को डीजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए थे।

इसलिए अगर आपने भी अभी तक आपका जीवित होने का प्रमाण पत्र जमा नहीं किया है तो आप 28 फरवरी 2021 के पहले अपना जीवित होने का प्रमाण पत्र बताए गए माध्यमों में से जीवन प्रमाण पत्र जमा करवा दीजिए। ताकि आपकी पेंशन बंद ना हो जाए।


सभी को अवगत है कि 28 फरवरी 2021 जीवित होने का प्रमाण पत्र जमा करने के लिए अंतिम तारीख दी गई है। अगर किसी पेंशनधारक द्वारा इस तारीख तक अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा नहीं किया जाता है तो ऐसे में ईपीएफओ द्वारा उसकी पेंशन को रोक दिया जाएगा। और ईपीएफओ द्वारा एक बार पेंशन रोकी गई तो आपको जब तक आप आपका जीवन प्रमाण पत्र जमा नहीं करेंगे तब तक आपकी पेंशन को शुरू नहीं कि जाएगी।

इसलिए 28 फरवरी से पहले आप आपका जीवित होने का प्रमाण पत्र अपने नजदीक के ईपीएफओ कार्यालय या फिर पोस्ट ऑफिस में जाकर या फिर आपके बैंक में जाकर जहां पर आपकी पेंशन जमा होती है वहां पर आप जमा कर सकते हैं।


 

Monday, February 8, 2021

Suprme Court Order on Pension: Supreme Court Refuses to Hear Plea on Removal of Disparity in Pension Benefits Dt. 8 Feb 2021


सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के तहत सशस्त्र बलों के कर्मियों को पेंशन लाभ में असमानता को दूर करने के लिए एक जनहित याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। हालांकि, न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और एस रवींद्र भट की पीठ ने 'हमरा देश हमार जवान ट्रस्ट' को अपनी याचिका के साथ दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की अनुमति दी।

ट्रस्ट ने वकील अजय अग्रवाल के माध्यम से दायर जनहित याचिका में कहा है कि 2005 की केंद्र सरकार की अंशदायी हाइब्रिड पेंशन योजना को सेना जैसे सशस्त्र बलों पर लागू नहीं किया गया था।


याचिका में कहा गया है की अर्धसैनिक बलों, BSF CISF, CRPF, ITBP, NSG, SSB और असम राइफल्स, जो कि MHA के अधीन हैं, के साथ असमान व्यवहार किया गया है और उन्हें हाइब्रिड पेंशन स्कीम के तहत रखा गया है।

वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की गई संक्षिप्त सुनवाई में पीठ ने अग्रवाल जी से कहा, "अगर आप चाहते हैं कि आप इसे वापस ले सकते हैं और उच्च न्यायालय में जा सकते हैं। यदि आप बहस करना चाहते हैं, तो हम आपकी सुनवाई करेंगे। आप क्या चाहते हैं?" जब सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने कहा कि यह याचिका खारिज कर रही है, तो अग्रवाल ने उच्च न्यायालय को स्थानांतरित करने के लिए स्वतंत्रता की मांग की। इस पर सर्वोच्च न्यायालय ने कहा "हम आपको उच्च न्यायालय जाने की स्वतंत्रता दे रहे हैं।

ट्रस्ट ने अक्टूबर 2020 में MHA और MOD के तहत सशस्त्र बलों के कर्मियों को पेंशन लाभ में असमानता को दूर करने की याचिका दायर की थी। दलील में कहा कि केंद्र द्वारा नई अंशदायी पेंशन योजना शुरू की गई और 1 जनवरी, 2004 से प्रभावी हुई। 

1 जनवरी, 2004 को एक अधिसूचना के माध्यम से सरकार ने पेंशन योजना को अंशदायी बनाया और अंशदान कर्मचारी के वेतन से काटा जायेगा।

“केंद्र सरकार एक हाइब्रिड पेंशन स्कीम लागू कर रही है जो सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए पुरानी और नई पेंशन योजनाओं का मिश्रण है जो MHA के तहत आए थे और जो 1 जनवरी 2004 के बाद सेवा में शामिल हुए थे। याचिका में कहा गया है "लेकिन यह विशेष रूप से प्रदान किया जाता है कि यह नई अंशदायी पेंशन योजना भारत के सशस्त्र बलों के लिए लागू नहीं है।

जनहित याचिका में कहा गया है कि BSA, CISF, CRPF, ITBP, NSG, SSB और असम राइफल्स जैसे MHA के तहत आने वाले बलों के लिए 6 अगस्त 2004 को एक स्पष्टीकरण जारी किया गया था कि ये सभी मंत्रालय के तहत सशस्त्र बल हैं।

इसमें कहा गया है कि सशस्त्र बलों के प्रत्येक जवान जो कि MHA के तहत आता है, पुरानी योजना के तहत पेंशन प्राप्त करना चाहता है, लेकिन केंद्र सरकार ने इससे इनकार कर दिया है, इसलिए रक्षा मंत्रालय के तहत सशस्त्र बलों के साथ भेदभाव किया जाता है, जबकि दोनों सेना सशस्त्र बल हैं। कई अभ्यावेदन के बाद भी, सरकार द्वारा कुछ भी नहीं किया गया है, यह इस याचिका में कहा गया है।


 

Sunday, February 7, 2021

EPS 95 MINIMUM PENSION 7500 HIKE: EPS-95 पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन ₹7500 बढ़ोतरी पर फरवरी में होगी बड़ी बैठक, जल्द बढ़ेगा EPS-95 पेंशन

देश के 65 लाख EPS-95 पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन ₹7500 बढ़ोतरी के लिए राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। EPS-95 पेंशनधारकों की जो 4 सूत्रीय मांगे हैं तो उन मांगों को मंजूर करवाने हेतु कई बार माननीय श्रम मंत्री जी को पत्र लिखे गए हैं पर अभी तक EPS-95 पेंशनधारकों की पेंशन को बढ़ाया नहीं गया है। EPS-95 पेंशनधारकों की पेंशन बढ़ोतरी के क्रम को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय संघर्ष समिति आजमगढ़ मंडल ने सभी ईपीएस 95 पेंशनधारकों को एक महत्वपूर्ण मासिक बैठक के बारे में सूचित किया गया है।

आजमगढ़ मंडल राष्ट्रीय संघर्ष समिति की ओर से सभी EPS-95 पेंशनधारकों को हर महीने जो मंडल की बैठक आयोजित की जाती है तो उस बैठक के बारे में जानकारी दी गई है। यह बैठक दिनांक 18 फरवरी 2021 को रोडवेज बस स्टैंड आजमगढ़ 11 बजे आहूत की गयी है। जिसमे मंडल के सभी सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है। इस संदर्भ में सभी EPS-95 पेंशनधारकों पेंशनधारकों को अवगत किया गया है।  दिनांक 18 फरवरी 2021 को रोडवेज बस स्टैंड आजमगढ़ पर मंडल की बैठक संपन्न होगी जिसमें समस्त EPS-95 पेंशनधारकों की उपस्थिति अनिवार्य है।


सरकार के आश्वासन के बावजूद भी बजट मे पेंशन बढ़ोतरी नहीं हुयी पर राष्ट्रीय संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री अशोक राउत जी ने विडिओ के माध्यम से अवगत कराया है की इसी बजट सत्र मे ही EPS 95 पेंशनधारको कि मांग पूरी होने की पूरी सम्भावना है  जिससे लोगो मे काफ़ी उत्साह है और उम्मीद भी, सरकार से EPS 95 पेंशनधारको कि मांग अवश्य पूरी होंगी!

उक्त बैठक मे मुख्यरूप सभी मंडल अध्यक्ष / मंडल सचिव एवं जिला अध्यक्ष /जिला सचिव पूर्वी क्षेत्र से एवं संगठन के बरिष्ठ पदाधिकारीयों राष्ट्रीय सचिव श्री ओम शंकर तिवारी जी कानपुर, प्रान्तीय अध्यक्ष श्री प्रदीप श्रीवास्तव, बलिया, कार्यकारिणी अध्यक्ष (मध्य क्षेत्र) श्री के. एस तिवारी जी लखनऊ, कार्यकारिणी अध्यक्ष (पूर्वी क्षेत्र) श्री चंद्रभान सिंह प्रयागराज, मंडल सचिव वाराणसी श्री कमलाकर त्रिपाठी, मंडल उपाध्यक्ष गोरखपुर श्री पी पी मिश्राजी. उपस्थित होने की पूरी सम्भावना है।

इस बैठक का समय दोपहर 11:00 बजे होगा। इस बैठक में आगामी कार्यवाही की महत्वपूर्ण जानकारी सभी इपीएस 95 पेंशनधारकों को दी जाएगी और जो राष्ट्रीय संघर्ष समिति के जो पदाधिकारी है तो वह भी इस बैठक के दौरान उपस्थित रहेंगे। 

इस बैठक की जानकारी सभी EPS-95 पेंशनधारकोंको मा. रामफेर उपाध्याय, मंडल सचिव पूर्वी क्षेत्र द्वारा दी गई है।



 

EPS 95NAC NEWS: 65 लाख EPS-95 पेंशनधारकों न्यूनतम पेंशन 7500 बढ़ोतरी पर NAC के राष्ट्रिय अध्यक्ष माननीय कमांडर अशोक राऊत जी द्वारा एक महत्वपूर्ण संदेश

EPS 95 MINIMUM PENSION 7500+DA LATEST NEWS | HIGHER PENSION


हाल ही में देश के 65 लाख EPS-95 पेंशनधारकों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संघर्ष समिति के राष्ट्रिय अध्यक्ष माननीय कमांडर अशोक राऊत जी द्वारा एक महत्वपूर्ण संदेश जारी किया गया है। जिसमें उन्होंने ईपीएस 95 पेंशनधारकों की जो न्यूनतम पेंशन बढ़ोतरी के साथ 4 सूत्रीय मांगे हैं तो मांगे बजट 2021 में क्यों पूरी नहीं की गई है। और आगे ईपीएस 95 पेंशनर्स की न्यूनतम पेंशन 7500 /- समेत चारसूत्रीय मांगो पर क्या हो सकता है।

सबसे पहले खुद के संबोधन में उनके द्वारा गुजरात से आए हुए 12 सदस्य टीम का बहुत-बहुत धन्यवाद किया।  जिन्होंने बुलढाणा में पिछले 700 के ऊपर दिनों से चल रहे श्रृंखला आंदोलन को अपना सपोर्ट किया। इसकी वजह से उन्होंने गुजरात टीम का धन्यवाद किया है। यह 12 सदस्य टीम माननीय मा.किरीट गोहिल, राष्ट्रीय सचिव के नेतृत्व में बुलढाणा पहुंची और इनके द्वारा बुलढाणा में EPS-95 पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन बढ़ोतरी के लिए जो श्रृंखला अनशन पिछले 700 के ऊपर दिनों से किया जा रहा है तो ऐसे सभी पेंशनधारकों को बहुत-बहुत बधाई दी और उनका सपोर्ट भी किया।


माननीय कमांडर अशोक जी रावत द्वारा जानकारी दी गई कि उनको EPS-95 पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन बढ़ोतरी को लेकर कई फोन प्राप्त हुए है। जिसमें पूछा जा रहा है कि EPS-95 पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन बढ़ोतरी बजट 2021 में क्यों पूरी नहीं की गई है। इसके ऊपर उनबढ़ोतरी द्वारा जो EPS-95 पेंशनधारक है तो उनको महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।

इन सभी सवालों के ऊपर उनके द्वारा सभी EPS-95 पेंशनधारकों को जानकारी दी गई कि माननीय प्रधानमंत्री जी के साथ उनकी 4 मार्च 2020 को महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई है। इस बैठक में माननीय कमांडर अशोक जी रावत सहित माननीय सांसद हेमा मालिनी जी भी मौजूद थी जिनकी अगुवाई में यह बैठक संपन्न हुई है। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा EPS-95 पेंशनधारकों की जो मांगे हैं तो उन्हें जल्द से जल्द पूरा करवाने का आश्वासन भी दिया गया है। उनके द्वारा कहा गया कि EPS-95 पेंशनधारकों की मांगे हैं तो वह माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा तत्वतः मान्य कर ली गई है।


EPS-95 पेंशनधारकों की जो 4 सूत्रीय मांगे हैं जो कि इपीएस 95 पेंशन योजना के तहत न्यूनतम पेंशन को ₹7500 करना उसके साथ महंगाई भत्ते को जोड़ना, EPS-95 पेंशनधारकों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाना, और जिन कर्मचारियों को EPS-95 पेंशन योजना में शामिल नहीं किया गया है तो उनको भी इस योजना में शामिल करके उनको पेंशन दिया जाए अन्यथा उन्हें मानवीय धिकार पर ₹5000 पेंशन दी जाये। 

आगे उनके द्वारा कहा गया कि इसी आश्वासन के चलते उनके द्वारा एक राष्ट्रीय महासम्पर्क अभियान भी चलाया जा रहा है जिसके तहत EPS-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के जो सदस्य हैं तो वह अपने अपने क्षेत्र के सांसदों से मिलकर EPS-95 पेंशनधारकों की पेंशन बढ़ोतरी के लिए ज्ञापन दे रहे हैं। उनके द्वारा कहा गया है कि राष्ट्रीय संघर्ष समिति के सदस्य देश के ट्रेड यूनियन सचिव है सदस्य है, सांसदों से मिल रहे हैं और इन सभी का साथ राष्ट्रीय संघर्ष समिति के साथ है। इसकी वजह से उनकी मांगे जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी ऐसा विश्वास भी माननीय कमांडर अशोक जी राउत द्वारा उनके संबोधन में दिया गया है।


आगे उनके द्वारा कहा गया कि EPS-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के साथ देश के गणमान्य लोगों का साथ है। ऐसे में EPS-95 पेंशनधारकों का जो काम है वह जरूर होकर रहेगा। और EPS-95 पेंशनधारकों की पेंशन में बढ़ोतरी जरूर होगी। 

उसके बाद उन्होंने जानकारी दी कि श्रम पर संसदीय कमेटी के जो अध्यक्ष है मा. भर्तृहरि महताब जी साहब तो उनसे भी उन्होंने मुलाकात की और EPS-95 पेंशनधारकों की पेंशन बढ़ोतरी के संदर्भ में अहवाल  उनको दिया है और माननीय भर्तृहरि महताब जी द्वारा इसे स्वीकार भी किया गया और us-95 पेंशन धारकोंEPS-95 पेंशनधारकों को आश्वस्त किया गया है। उसके बाद उन्होंने जानकारी दी कि 26 जनवरी 2020 के बाद माननीय श्रम मंत्री जी की बिनती पर राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा सभी आंदोलन वापस ले लिए गए हैं। केवल बुलढाणा महाराष्ट्र में श्रंखला अनशन जारी है। ऐसा भी उनके द्वारा बताया गया।


साथ ही उनके द्वारा जानकारी दी गई कि देश भर में किसी भी आंदोलन को वह अपना सपोर्ट नहीं कर रहे हैं।  उनके द्वारा किसी भी आंदोलन के लिए आवाज नहीं उठाई जा रही है। साथ ही उनके द्वारा कहा गया है कि देश में किसी भी तरह का आंदोलन राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा नहीं चलाया जा रहा है। ऐसे समय में उनके द्वारा संगठन को और मजबूत करने के लिए कई प्रयास किए गए जिसकी वजह से संगठन और भी मजबूत हुआ है। साथ ही उनके द्वारा दी जानकारी दी गई की संसद का सत्र है वह जब तक खत्म नहीं होता तब तक उनका राष्ट्रीय संपर्क अभियान जो चलता रहेगा। और वह अपनी आवाज संसद तक पहुंचाने की कोशिश करते रहेंगे।


इसलिए उनके द्वारा सभी EPS-95 पेंशनधारकों से निवेदन किया गया कि यह राष्ट्रव्यापी अभियान है तो इसे आप और भी मजबूत कीजिए ताकि EPS-95 पेंशनधारकों की  मांगे जल्द से जल्द पूरी हो सके। साथ ही उनके द्वारा जानकारी दी गई कि आने वाले कामगार दिवस यानी 1 मई को राष्ट्रव्यापी अधिवेशन होगा। आगे यह भी जानकारी दी गई है कि 1 मई के 1 दिन पहले यानी 30 अप्रैल को CWC कार्यकारिणी की एक बैठक का आयोजन किया जाएगा और 1 मई 2021 को EPS-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति का एक बहुत बड़ा अधिवेशन होगा जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी और उसे सभी EPS-95 पेंशनधारकों को अवगत किया जाएगा।


साथ ही उनके द्वारा सभी प्रेस नोटिफाई पेंशनधारकों को विश्वास भी दिलाया गया कि eps-95 पेंशन धारकों की मांगे है तो वह 31 मई 2021 तक या फिर यह जो बजट सत्र है तो उससे पहले जो है वह जरूर पूरी हो जाएगी। तो यह महत्वपूर्ण संदेश EPS-95 पेंशनधारकों को माननीय कमांड अशोक जी रावत द्वारा दिया गया है जिसकी जानकारी आप सभी को देनी थी।




Friday, February 5, 2021

EPS 95 Higher Pension Order by Supreme Court: Review Petition (Civil) Nos. 1430-1431 of 2019 full Order Copy pdf Download

UPON hearing the counsel the Court made the following

ORDER 

Review Petition (Civil) Nos. 1430-1431 of 2019 in SLP (C) Nos. 8658-8659 of 2019 

SLP(C) Nos.8658-59/2019 challenging the judgment and order dated 12.10.2018 passed by the Division Bench of the High Court of Kerala in Writ Petition (C) 602/2015 and 13120/2015 were dismissed by this Court on 1.4.2019.


Thereafter, SLP(C) Nos. 16721-22/2019 at the instance of Union of India challenging the same judgment dated 12.10.2018 came up before this Court on 12.07.2019. While condoning the delay in preferring the SLPs, this Court directed that said SLPs be listed along with Review Petition (C) Nos.1430-31/2019 (which had since then been preferred against the order dated 01.04.2019 in SLP(C) Nos.8658-59/2019) in open Court.


Mr. C.A. Sundaram, learned Senior Advocate appearing for the petitioners in said Review Petitions invited our attention to the order dated 21.12.2020 passed by another Division Bench of the High 8 Court of Kerala by which the correctness of the earlier decision dated 12.10.2018 was doubted and the matter was referred to Full Bench of the High Court.

Mr. Sundaram, also invited our attention to the decision of this Court in M/s Pawan Hans Ltd. & Ors. vs. Aviation Karmachari Sanghatana & Ors [2020(2)SCALE 194] and specially paragraph 6.6 of the decision.


It was submitted that as a result of the directions issued by the High Court in its order dated 12.10.2018, benefit would get conferred upon employees retrospectively which, in turn, would create great imbalance.

CLICK HERE TO DOWNLOAD FULL PDF COPY OF SUPREME COURT ORDER

Having heard learned counsel for the petitioners and perused the relevant material, in our view SLP(C) Nos.8658-59/2019 call for a closer look. We, therefore, allow these review petitions and recall the order dated 01.04.2018 and direct;


(a) Let SLP(C) Nos.8658-59/2019 along with all connected matters be listed for preliminary hearing before the appropriate Court on 25.02.2021.

(b) Learned counsel appearing for the parties are at liberty to file short synopsis before the next date of hearing. 

(INDU MARWAH)                                                                                                  (PRADEEP KUMAR) 

COURT MASTER(SH)                                                                                            BRANCH OFFICER


 

Wednesday, February 3, 2021

EPS 95 HIGHER PENSION: सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश को याद करते हुए केरल उच्च न्यायाल के फैसले को रखा बरक़रार, कहा कि कर्मचारी की पेंशन वेतन के आनुपातिक होनी चाहिए


उच्चतम न्यायालय ने केरल उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दायर विशेष अवकाश याचिका को खारिज करते हुए अपने आदेश को वापस ले लिया है, जिसमें कर्मचारी पेंशन (संशोधन) योजना, 2014 को अलग रखा गया है, जिसमें अधिकतम पेंशन योग्य वेतन प्रतिमाह 15,000 प्रति माह था।

जस्टिस उदय उमेश ललित, एस। हेमंत गुप्ता, और रवींद्र भट की बेंच ने 25.02.2021 को प्रारंभिक सुनवाई के लिए भारतीय संघ और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दायर एसएलपी को पोस्ट किया।


केंद्र सरकार का तर्क है कि उच्च न्यायालय द्वारा जारी किए गए निर्देशों के परिणामस्वरूप, कर्मचारियों को पूर्वव्यापी रूप से उन कर्मचारियों को लाभ दिया जाएगा जो बदले में महान असंतुलन पैदा करेंगे।

संशोधन से पहले अधिकतम पेंशन योग्य वेतन रु. 15,000 प्रति माह तक सीमित करता है। हालांकि 2014 के पहले अधिकतम पेंशन योग्य वेतन केवल रु. 6,500 प्रति माह था, उक्त अनुच्छेद के अनंतिम एक कर्मचारी को उसके द्वारा प्रदान किए गए वास्तविक वेतन के आधार पर पेंशन का भुगतान करने की अनुमति दी गई थी, इस पर उसके द्वारा योगदान दिया गया था उनके नियोक्ता द्वारा संयुक्त रूप से इस तरह के उद्देश्य के लिए किए गए एक संयुक्त अनुरोध से पहले उनके द्वारा खींचे गए वास्तविक वेतन का आधार उक्त उकसावे को संशोधन द्वारा छोड़ दिया गया है, जिससे अधिकतम पेंशन योग्य वेतन रु. 15,000 हो गया है। इस योजना को बाद की अधिसूचना द्वारा संशोधित किया गया है, कर्मचारी पेंशन (पांचवां संशोधन) योजना, 2016 यह प्रदान करने के लिए कि मौजूदा सदस्यों के लिए पेंशन योग्य वेतन जो एक नया विकल्प पसंद करते हैं, उच्च वेतन पर आधारित होगा।

मौजूदा सदस्यों पर 1.9.2014 के रूप में एक विकल्प प्रदान करता है, जो अपने नियोक्ता के साथ संयुक्त रूप से एक नया विकल्प प्रस्तुत करते हैं, जो प्रति माह 15,000 रुपये से अधिक वेतन पर योगदान करना जारी रखते हैं। इस तरह के विकल्प पर, कर्मचारी को वेतन पर 1.16% की दर से 15,000 / - रुपये से अधिक की दर से एक और योगदान करना होगा। इस तरह के एक ताजा विकल्प को 1.9.2014 से छह महीने की अवधि के भीतर प्रयोग करना होगा। छह महीने की एक और अवधि द्वारा छह महीने की अवधि के भीतर नए विकल्प का उपयोग करने की छूट की अनुमति देने की शक्ति क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त द्वारा प्रदान की जाती है। यदि ऐसा कोई विकल्प नहीं बनाया गया है, तो पहले से ही मजदूरी सीमा सीमा से अधिक में किए गए योगदान को ब्याज सहित भविष्य निधि खाते में भेज दिया जाएगा।

यह प्रदान करता है कि मासिक पेंशन, पेंशन की सेवा के आधार पर 1 सितंबर, 2014 तक अधिकतम पेंशन योग्य वेतन रु। 6,500 और उसके बाद की अवधि में अधिकतम पेंशन योग्य वेतन रु। 15,000 प्रति माह के आधार पर निर्धारित की जाएगी।

उन लाभों को वापस लेने का प्रावधान करता है जहां किसी सदस्य ने आवश्यकतानुसार योग्य सेवा प्रदान नहीं की है।

केरल उच्च न्यायालय ने अक्टूबर 2018 में, कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के प्रावधानों द्वारा कवर किए गए विभिन्न प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों द्वारा दायर रिट याचिकाओं को अनुमति दी। उनकी शिकायत कर्मचारियों की पेंशन के बारे में लाए गए परिवर्तनों के साथ थी। संशोधन) योजना, 2014, जो उनके लिए देय पेंशन को काफी कम कर देती है।

1 अप्रैल 2019 को, C J I रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता, और जस्टिस संजीव खन्ना की खंडपीठ में शामिल बेंच ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा दायर विशेष अवकाश याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इसमें कोई योग्यता नहीं है।

इस बर्खास्तगी के बाद, केंद्र ने उसी उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ एसएलपी दायर की और ईपीएफओ ने समीक्षा याचिकाएं दायर कीं। जब ये मामले पिछले सप्ताह उठाए गए थे, तो केंद्र ने न्यायालय के संज्ञान में 21.12.2020 एक आदेश पारित किया, जो केरल उच्च न्यायालय की एक और डिवीजन बेंच द्वारा पारित किया गया था, जिसके द्वारा दिनांक 12.10.2018 के पहले के निर्णय की शुद्धता पर संदेह किया गया था यह मामला उच्च न्यायालय की पूर्ण पीठ को भेजा गया था। यह प्रस्तुत किया गया था कि उच्च न्यायालय के लागू आदेश का प्रभाव यह है कि लाभ पूर्वव्यापी रूप से कर्मचारियों को मिल जाएगा, जो बदले में, बहुत असंतुलन पैदा करेगा।

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Very Important Information: The Big myth on Income Tax Payers in India Every Tax Payer, Pensioners, Employee must Know

The big myth on Income Tax Payers in India.

Based on Data from a Chartered Accountants' Company Secretaries and other professional bodies and groups.

The Finance Minister said during her budget speech that we are largely a Tax 'non-compliant' society and presented that only 3.7 Crores are  filing ITRs in this poor country of 125 Crore population.

The reply by CAs , CSs, CMAs is given below:-


Madam,

We have 82 Crore Voters out of which, 75% are Agriculturists/Farmers i.e. 61.5 Crores (You exempted them straightaway, but they can also buy cars , bungalows etc. as you quoted. Your political colleagues, who called themselves agriculturist/farmers, are also enjoying this exemption) 

Balance remains, 20.5 Crores

Less:24% BPL Class (Below poverty line)

Means 15 Crore population (who are non-agriculturist and non-BPL).


Less: Non-working wives, unemployed youths, below-taxable income earners, political class (all these are 75%), in a typical indian family only 1 earning member and 5 or 6 are dependent on him.

Balance: 15 -11.25 = 3.75 Crores, is the earning class which can file ITRs and they are already filing ITRs. So almost no gap as FM is stressing unnecessarily without knowing well her country.

If FM wants more people to come into tax net, then, instead of foolishly resorting to rampant raids, surveys, notices, scrutiny,  demonetization etc., viewed as tax evasion/terrorism and should defy her negative bureaucrats.


Some suggestions are:-

  • 1. Introduce Income Tax on Agricultural Income on big landlords (Say 10 Acres plus), this way, you can add 26% of Agriculturists as tax payers (Politicians are also enjoying this exemption).
  • 2. Instead of introducing 5000/10000 penalties on late filers of IT return, come out with positive approach and introduce incentives to IT Return filers (learn from Pakistan where IT Assessee gets discount in purchase of Car).
  • 3.Introduce Privilege Card to  those paying taxes above certain limit. Privilege Card to entitle assesses with benefits like Priority quota in railway tickets, use of airport lounges, subsidized medical facilities, etc. and let Tax Payers feel proud.
  •  4. Introduce medical insurance/life insurance on basis of average ITR filled, like coverage upto twice of Gross Income in ITR filed for mediclaim and ten times risk cover in case of life insurance.
  • 5. Introduce Pension after 65 Years of age on the basis of tax paid by tax payer during his/her working life.


Let honest taxpayers get certain direct benefits.

As on today, 3.3% of Indian population is filing ITRs as compared to 8% of China. Adding big Agriculturists/Farmers to Income Tax may shoot the figure to more than 10%. It may help you to cool your tax evasion/terrorism mindset and a tax compliant nation.

LET'S SPREAD THIS TO EDUCATE HONEST TAX PAYERS.

Please forward it to maximum people.