Monday, November 9, 2020

EPS 95 Minimum Pension Hike | EPS 95 पेंशन 7500 बढ़ोतरी, महंगाई भत्ता, चिकित्सा सुविधा, और उच्चतम पेंशन भुगतान पर, श्रम मंत्रालय से आया जवाब

EPS 95 पेंशनधारक अपनी न्यूनतम पेंशन बढ़ोतरी  के लिए इंतजार कर रहे। देश के लगभग 65 लाख वृद्ध ईपीएस 95 पेंशनधारक के लिए महत्पूर्ण खबर निकल कर आ रही है। सभी  EPS 95 पेंशनधारको को अवगत है की पिछले दिनों मथुरा सांसद माननीय श्रीमती हेमा मालिनी जी के द्वारा एक प्रपत्र, ईपीएस 95 पेंशनधारको की न्यूनतम पेंशन वृद्धि समेत, राष्ट्रिय संघर्ष समिति के द्वारा की जा रही चार सूत्रीय मांगो का जिक्र करते हुए माननीय श्रममंत्री व प्रधानमंत्री जी के नाम पत्र लिखा गया था जिसके जवाब में श्रम मंत्रालय की ओर से एक प्रपत्र लिखकर 28 अक्टूबर को जवाब दिया गया है।

इस पत्र में EPS 95 के तहत पेंशन बढ़ोतरी पर जवाब दिया  गया है

संतोष कुमार गंगवार राज्य श्रम और रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सरकार की ओर से 26 अक्टूबर 2020 को मथुरा हेमा मालिनी जी को उनके पत्र दिनांक 20 सितम्बर 2020 जिसमे राष्ट्रिय संघर्ष समिति के पत्र दिनांक 13 मई  2020 के अनुसार ईपीएस 95 पेंशनवृद्धि के लिए मांगो का जिक्र किया गया था उसका जवाब दिया गया है। 

इस पत्र में कहा गया है की  ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा उठाए गए मांगों के संबंध में, मैं यह याद दिलाना चाहूंगा कि मेरे मंत्रालय ने 2018 के बाद से वित्त मंत्रालय के साथ, ईपीएस 1995 के तहत न्यूनतम पेंशन में वृद्धि का मुद्दा उठाया है। 9 सितम्बर 2020 को सचिव, श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा वित्त मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा, वित्त मंत्रालय को 19 अक्टूबर 2020 को फिर से याद दिलाया गया है।


महंगाई भत्ते के संबंध में, इस पत्र में बताया गया है कि ईपीएस 1995 के पूर्ण मूल्यांकन और समीक्षा के लिए एक उच्च अधिकार प्राप्त निगरानी समिति का गठन मेरे मंत्रालय ने 2018 में किया था, जिसने ईपीएस, 1995 के तहत महंगाई भत्ते के मुद्दों पर विचार किया था। समिति की सिफारिश के तहत ईपीएस 95 के तहत स्वीकार्य पेंशन को महंगाई भत्ते की लागत के साथ जोड़ना संभव नहीं है। महंगाई भत्ता, चिकित्सा सुविधा, उच्चतम  भुगतान 

ईपीएस, 1995 के पेंशनरों को चिकित्सा लाभ के संबंध में, मैं बताना चाहूंगा कि, ईपीएस 1995 में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। हालांकि, ईपीएस, 1995 में चिकित्सा लाभ देने के लिए एक पायलट योजना, 1000 रुपये प्रति माह पेंशन पाने वाले और दिल्ली में रहने वाले  पेंशनभोगी के लिए चलाई जा रही है और यह मंत्रालय में परीक्षा के अधीन हैं।



वास्तविक / उच्च वेतन पर पेंशन के संशोधन का मुद्दा वर्तमान में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष उप-न्याय है। माननीय न्यायालय के निर्णय के बाद इस मुद्दे पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।





2 comments:

  1. SIR, YOUR STATEMENT IS TOTALLY IRRESPONSIBLE. IT CAN BE DERIVED THAT YOU AND OUR GOVT IS NOT INTERSTED TO DO THEIR JOB FOR PROVIDING NATURAL JUUSTICE TO 65 LAKH EPS, 95 PENSIONERS. DO YOU WANT TO CONVEY US THAT ALL HIGH COURTS OF INDIA AND SUPREME COURT HAVE NOT CONSIDERED YOUR OBKJECTIONS. GENTELMAN DENYING SUPREME COURT JUDGEMENT IS A CRIMINAL OFFENCE. PENSION WITHOUT DA IS MEANINGLESS, DURING THE LAST 25 YEARS, EPFO DID NOT PROJECT THE PLIGHT OF EPS,95 PENSIONERS FOR WHOM YOU ALL DO NOT REGARDS FOR CITIZENS OF INDIA. AS ON DATE WE CAN NOT CREAMEATE OURSELVES WITH RS 1000 PENSION PAYMENT WHICH IS PAID TO US. PLEASE COME DOWN TO EARTH AND SEE THAT WITH YOUR PENSION AMOUNT , HOW WE CAN FEED OURSELVES FORHOW MANY DAYS. OUR GOVT IS NOY BOTHERED AT ALL.

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  2. SIR, YOUR STATEMENT IS TOTALLY IRRESPONSIBLE. IT CAN BE DERIVED THAT YOU AND OUR GOVT IS NOT INTERSTED TO DO THEIR JOB FOR PROVIDING NATURAL JUUSTICE TO 65 LAKH EPS, 95 PENSIONERS. DO YOU WANT TO CONVEY US THAT ALL HIGH COURTS OF INDIA AND SUPREME COURT HAVE NOT CONSIDERED YOUR OBKJECTIONS. GENTELMAN DENYING SUPREME COURT JUDGEMENT IS A CRIMINAL OFFENCE. PENSION WITHOUT DA IS MEANINGLESS, DURING THE LAST 25 YEARS, EPFO DID NOT PROJECT THE PLIGHT OF EPS,95 PENSIONERS FOR WHOM YOU ALL DO NOT REGARDS FOR CITIZENS OF INDIA. AS ON DATE WE CAN NOT CREAMEATE OURSELVES WITH RS 1000 PENSION PAYMENT WHICH IS PAID TO US. PLEASE COME DOWN TO EARTH AND SEE THAT WITH YOUR PENSION AMOUNT , HOW WE CAN FEED OURSELVES FORHOW MANY DAYS. OUR GOVT IS NOY BOTHERED AT ALL.

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