Tuesday, September 8, 2020

EPFO CBT MEETING 9 SEPT 2020 | बुधवार का दिन होगा खास EPF ब्याज सहित EPS 95 पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन बढोतरी पर हो सकती है चर्चा

EPFO CBT MEETING | EPS 95 PENSION HIKE IN CBT MEETING | EPF INTEREST RATE IN CBT MEETING


नौकरीपेशा कर्मचारी और अगर आप कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) सदस्य साई हैं तो आपके लिए बुधवार 9 सितम्बर का दिन अहम हो सकता है। क्यों की, बुधवार को EPFO की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में एक अहम मुद्दे पर बात हो सकती है। 

इंटरनेट पर मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) पर वर्ष 2019-20 के लिए 8.5 प्रतिशत ब्याज दिए जाने के निर्णय की मंजूरी का मामला उठाया जा सकता है। 


EPFO से जुड़े एक अहम सदस्य ने कहा कि हम ब्याज दर के मंजूरी में विलम्ब का मुद्दा इस बैठक में उठाने वाले है। यह मुद्दा बैठक की कार्यसूची में नहीं है पर हम इसे उठाया जा सकता हैं। आपको बता दें कि EPFO के केंद्रीय न्यासी बोर्ड ने पांच मार्च की बैठक में भविष्य निधि पर 2019-20 के लिए ब्याज दर 8.50 प्रतिशत रखने की सिफारिश की थी जो पहले से वितता वर्ष 2018-19 घोषित ब्याज दर से 0.15 प्रतिशत अंक कम है।  EPFO की यह प्रस्तावित दर सात साल की न्यूनतम होगी।

केंद्रीय न्यासी बोर्ड के इस निर्णय को वित्त मंत्रालय की सहमति के लिए भेज दिया गया था पर अभी तक वित्त मंत्रालय से उसकी मंजूरी प्राप्त नहीं हुई है। वित्त मंत्रालय की सहमति से ही EPF पर वार्षिक ब्याज दर में संशोधन का फैसला लागू होता है। इससे पहले वर्ष 2018-19 के लिए ईपीएफ खाताधारकों को अपने जमा धन पर 8.65 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया गया था। 


इसके साथ ही CBT की बैठक में ईपीएस 95 पेंशन धारको की बड़ी मांग (न्यूनतम पेंशन वृद्धि रु. 7500) को लेकर चर्चा हो सकती है। इसी के मद्दे नजर राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा CBT के सदस्सो को बैठक के पहले पत्र लिखा गया है और EPS 95  पेंशनधारकों की न्यूनतम पेंशन 7500 के अन्य मांगो को पूरा करने की मांग की गई है।साथ ही इससे पहले जो पत्र भेजे गए है उनके बारे में भी इस पत्र में जिक्र किया गया है।

इसके साथ ही 9 सितंबर को होनेवाली CBT की बैठक में संघटित क्षेत्र के कर्मचारियों के पास जल्द ही कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के अपने स्वयं के पेंशन खाते होने के प्रस्ताव पर चर्च्या हो सकती है, जिनमें फंड के पूल के बजाय योगदान के अपने स्वयं के हिस्से से जुड़े लाभ होंगे। 


इस कदम से उच्च आय वर्ग के श्रमिकों को उच्च पेंशन प्राप्त करने में मदद मिलेगी और इसका उद्देश्य EPFO ​​का पेंशन फंड बनाना है, जो घाटे में है, अधिक टिकाऊ है। “ ईपीएस 1995 में संशोधन [कर्मचारी पेंशन योजना, 1995] बनाई गई है और व्यक्तिगत पेंशन खातों में संचय के आधार पर पेंशन देने के लिए सरकार को सिफारिश की गई है। 

 


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