Thursday, September 3, 2020

HP HIGH COURT LATEST VERDICT FULL PENSION FOR RETIREES BEFORE 2006 WHO COMPLETED 20 YEARS OF SERVICE

HIGHER PENSION ORDER | PENSION PAYMENT ORDER BY DELHI HIGH COURT

 

DELHI HIGH COURT LATEST JUDGMENT IN THE FAVOR OF PENSIONERS, PENSION PAYMENT ALONG WITH ARREARS ORDER

दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को दिल्ली सरकार और तीनों नगर निगमों के जवाबों की मांग की, जो सेवानिवृत्त निगम अभियंताओं ने अपने पेंशन के बकाया को जारी करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की। जस्टिस हेमा कोहली और सुब्रमणियम प्रसाद की पीठ ने दिल्ली सरकार और नागरिक निकायों को दो सप्ताह के भीतर अपनी स्थिति रिपोर्ट दर्ज करने और सेवानिवृत्त इंजीनियरों की संख्या को इंगित करने का निर्देश दिया, जो विभाग के लिए पेंशन जारी करने के हकदार हैं।

 

HIMACHAL PRADESH HIGH COURT: FULL PENSION FOR RETIREES BEFORE 2006

उच्च न्यायालय ने कहा कि यदि अप्रैल, 2020 से पेंशन जारी नहीं की गई है, तो पहले उदाहरण में, 13 अक्टूबर को सुनवाई की अगली तारीख से पहले अप्रैल के लिए पेंशन जारी करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

प्रदेश हाईकोर्ट ने 2006 से पहले रिटायर पेंशनधारियों को बड़ी राहत देते हुए स्पष्ट किया कि न्यूनतम 20 वर्ष का सेवाकाल पूरा करने वाले कर्मचारी भी पूरी पेंशन लेने के हकदार होंगे। न्यायाधीश सुरेश्वर ठाकुर और न्यायाधीश सीबी बारोवालिया की खंडपीठ ने केपी नायर की दायर याचिका को स्वीकारते हुए यह व्यवस्था दी। कोर्ट ने कहा कि सरकार एक कृत्रिम कट ऑफ डेट के आधार पर पेंशनधारकों में भेद नहीं कर सकती।



ज्ञात रहे कि सरकार ने वर्ष 2006 में एक फैसले के तहत पूर्ण पेंशन के लिए जरूरी सेवा 33 वर्ष से घटा कर 20 वर्ष कर दी थी। इससे पहले यदि कोई कर्मचारी 33 वर्ष से कम कार्यकाल में रिटायर होता था तो उनकी पेंशन सेवाकाल के वर्षों के आधार पर तय की जाती थी। वर्ष 2009 में जारी अधिसूचना के तहत 01.01.2006 के बाद पूर्ण पेंशन के लिए 33 वर्ष के कार्यकाल की शर्त को खत्म करते हुए इसे 20 वर्ष कर दिया गया था। लेकिन यह भी कह दिया था कि यह नया प्रावधान केवल 2006 के बाद रिटायर होने वाले पेंशनरों के लिए लागू होगा।


याचिकाकर्ता 2006 से पहले का पेंशनर था, उसने उपर्युक्त शर्त को भेदभावपूर्ण और अनुच्छेद 14 के उल्लंघन के रूप में हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। कोर्ट ने प्रार्थी की दलीलों से सहमति जताते हुए कहा कि 2006 के पूर्व के पेंशनर्स भी सरकार द्वारा घोषित लाभ के हकदार हैं और उनकी पेंशन को 1.01.2006 के प्रभाव से अनुपात आधार पर कम नहीं किया जा सकता है। संपूर्ण रूप से पेंशनभोगी एक समरूप वर्ग बनाते हैं और उनसे कृत्रिम कट ऑफ डेट के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है। 




EPS 95 PENSION LATEST NEWS | NAC LATEST MOVEMENT FOR EPS 95 MINIMUM PENSION HIKE 7500+DA, DETAIL UPDATE

EPS 95 LATEST NEWS | EPS 95 MINIMUM PENSION HIKE | EPS 95 HIGHER PENSION UPDATE


National Agitation Committee: -

Tree Plantation program completed in memory of EPS 95 Martyrs (Shahids)at NAC Headquarters Buldhana (Maharashtra): -Plantation done under the guidance and prominent presence of Commander Ashok Raut,National President.Special presence of National Chief Advisor Shri PN Patil , President of Women Front, Smt. Shobha Aaras, Sau.Jayshri Patil and Sau Sarita Narkhede Special presence of representatives of all the Tehsils of the district. 

 68 EPS 95 pension holders of Buldhana district left us in the desire of respectful pension during NAC's  "Buldhana Chain Hunger Strike Movement"going on for last 617 Days.In order to remind the Prime Minister to fulfill the assurance given in respect of the demands of the pension holders  and soulful tributes given in the sacred memory of these 68 Martyrs, 68 Trees are planted. Plantation program will be completed at every Tehsil level in Buldhana district from 1.9.2020 and a campaign of "One letter - Name of Prime Minister" will also be completed as per campaign program. Present pension holders  resolved to make the campaign successful. 


Special salute to Shri BS Narkhede,JJ Garkal,BB Chavhan,JG Machhale,AM Ughade,Mahavir Kale, Shri Rajput and Buldhana Team for the success of the program.

National Agitation Committee: -

NAC के मुख्यालय बुलढाणा (महाराष्ट्र) में EPS 95 शहीदों की स्मृति में वृक्षारोपण कार्यक्रम दिनांक 31.08.2020 को NAC के अध्यक्ष मा. कमांडर अशोक राऊत के मार्गदर्शन व प्रमुख उपस्थिति में वृक्षारोपण संपन्न  हुआ। राष्ट्रीय मुख्य सलाहकर श्री पी एन पाटील व महिला फ्रंट की अध्यक्षा श्रीमती शोभा आरस, सौ. जयश्री पाटील, सौ. सरिता नारखेडे सहित मातृ शक्ति की विशेष उपस्थिति। जिले के सभी तहसीलो के प्रतिनिधिओ की विशेष उपस्थिति। 


NAC के पिछले 617 दिनों से लगातार चल रहे "बुलढाणा क्रमिक अनशन आंदोलन"के दरम्यान बुलढाणा जिले के 68 EPS 95पेन्शन धारक सन्मानजनक पेन्शन की चाह में हमें छोडकर संसार से बिदा हो गये। मा. प्रधानमंत्री जी द्वारा पेन्शन धारकों की मांगो के संदर्भ में दिये गये आश्वासन को पूर्ण करने की याद दिलाने हेतु व इन 68 वीरो (शहीदों) की पावन स्मृति में लगाये गये 68 वृक्ष व दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि। 


दिनांक 1.9.2020 से बुलढाणा जिले में प्रत्येक तहसील स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम व संपन्न होगा "एक पत्र-मा. प्रधानमंत्री जी के नाम" का अभियान। उपस्थित पेन्शनधारकों ने लिये अभियान को सफल करने के संकल्प। 

कार्यक्रम की सफलता के लिये श्री बी एस नारखेडे, जे जे गरकल, बी बी चव्हाण, जे जी मछले , ए एम उघडे, महावीर काळे व राजपूत जी सहित बुलढाणा टीम का विशेष अभिनंदन।

NAC द्वारा फोटो 





Wednesday, September 2, 2020

EPS 95 Pension Hike Update: न्यूनतम पेंशन बढ़ोतरी 7500+DA के लिए बैठक हुई संपन्न, 65 लाख पेंशनधारकों के लिए जरुरी जानकारी

EPS 95 PENSION LATEST NEWS | EPS 95 PENSIONERS HIGHER PENSION NEWS



तय कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रिय संघर्ष समिति की 1 सितंबर 2020 को NAC सदस्यों और EPS 95 पेंशनरों के साथ ऑनलाइन ज़ूम मीटिंग आयोजित की गई। इस बैठक में कमांडर अशोक राउत ने बैठक में सभी प्रतिभागियों को ईपीएस 95 पेंशनर्स इश्यू के विकास के बारे में बताया।
NAC सदस्यों और ईपीएस 95 पेंशनधारकों व्दारा बैठक शुरू करने से पहले हमारे दिवंगत राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी।

तब कमांडर अशोक राउत ने 95 प्रतिभागियों को सूचित किया, कि हमारे मुद्दों को माननीय प्रधान मंत्री के समक्ष 4 मार्च 2020 को  रखा गया है और पीएम के साथ बैठक के बारे में सब जानकारी भी दी।



इस  बैठक के तुरंत बाद प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री कार्यालय और  कर्मियों, सार्वजनिक शिकायतों और पेंशन के लिए जितेंद्र सिंह को बुलाया। जितेंद्र सिंह अशोक राउत जी को अपने कार्यालय में ले गए और मंत्रियों के चैंबर में लगभग 2 घंटे तक पेंशनरों के मुद्दे पर चर्चा की। माननीय प्रधान मंत्री के निर्देशानुसार डॉ. जितेंद्र सिंह, हमारे राज्य के मंत्री केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त और कनेक्टेड लोगों के साथ मिलकर ईपीएस 95 पेंशनरों की लंबी लंबित मांगों को हल करने के लिए जुड़े हुए हैं।

1. न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये कर महंगाई भत्ते के साथ जोड़ना। 

2. डीए सुविधा का प्रावधान।

3. पेंशनभोगी और जीवनसाथी को मुफ्त चिकित्सा सुविधा

4.EPFO व्दारा 31-5-2017 जो इंटरियम एडवाइजरी जारी की गई है उसकी निकासी कर उच्चतर पेंशन का प्रावधान करना।

5. और जिन कर्मचारियों को इस योजना में शामिल  नहीं किया गया था उन्हें भी FPS 95 स्कीम या PF स्कीम शामिल कर पेंशन का भुगतान अन्यथा रु. 5000 न्यूनतम पेंशन को दिया जाये।

ईपीएस 95 पेंशनरों की समस्याओं पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री ने किसी भी राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधियों और केंद्रीय प्रतिनिधियों को नहीं बुलाया था। यह ईमानदारी से प्रयासों और एनएसी के सेवा के उद्देश्य के कारण है, प्रधान मंत्री ने ईपीएस 95 पेंशनरों की समस्याओं पर चर्चा करने की अनुमति दी।

उन्होंने प्रधानमंत्री को केंद्र सरकार के श्रम योगी पेंशन और अटल पेंशन योजना और ईपीएस 95 पेंशनरों के बारे में बताया, जिन्होंने ईपीएफओ में योगदान के माध्यम से 20 लाख रुपये और उससे अधिक जमा किए हैं। अपने स्वयं के पैसे के बावजूद, उनमें से अधिकांश को लगभग रु. 1000 की पेंशन या उससे भी काम पेंशन मिल रही है।



अशोक राव जी ने श्रम मंत्री से भी मुलाकात की और ईपीएस 95 पेंशनरों की अनसुलझी समस्याओं के बारे में बताया। श्रम मंत्री ने बताया कि अब से ईपीएस 95 पेंशन समस्या अशोक राउत की समस्या नहीं है और यह प्रधानमंत्री की समस्या बन गई है। लेकिन, छह महीने की अवधि पूरी हुई और कोई नतीजा नहीं निकला। हाल ही में श्रीमती हेमा मालिनीजी ने 02.07 2020 को पेंशन के बारे में को प्रधान मंत्री को एक स्मरण पत्र लिखा। अशोक राउत जी को एक या डेढ़ महीने के भीतर सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है। उन्होंने दोहराया है कि हम किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हैं और किसी भी संघ से जुड़े नहीं हैं। यह समाज सेवा समूह है।

फिर इसके बाद, अशोक राउत जी ने ईपीएस 95 पेंशनरों से राष्ट्र की रचनात्मक सेवा में भाग लेने की अपील की। यह पूरे भारत में और ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, दुबई जैसे दुनिया में वृक्षारोपण है जहाँ भी उन देशों में ईपीएस 95 सदस्य उपलब्ध हैं। यह कार्य शुभचिंतकों / रिश्तेदारों / समर्थकों द्वारा भी लिया जा सकता है।

उन्होंने इसे जाति, धर्म, समुदाय और क्षेत्र के बावजूद हमारे समुदाय द्वारा पेड़ लगाने के लिए "देवताओं द्वारा भेजे गए अवसर" के रूप में वर्णित किया।



इसमें प्रधान मंत्री कार्यालय या अन्य माध्यमों से पत्र लिखने या प्रधानमंत्री को संदेश भेजने की भी अपील की गई है। जिसका विवरण ऑनलाइन में उपलब्ध है। न्यायालय में मामले को हटाकर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू कर हायर पेंशन का भुगतान करना चाहिए। 

उन्होंने पेंशनरों से अपील की कि वे उन बदमाशों को पैसा न दें जो झूठे वादे कर रहे हैं और कुछ समय के लिए अदालतों के लिए पैसा खर्च नहीं करते क्योंकि पहले से ही सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है। एनएसी कोई पैसा जमा नहीं कर रहा है। यदि आप स्वेच्छा से दान करना चाहते हैं, तो आप खाता संख्या विवरण के लिए राज्य अध्यक्ष से परामर्श कर सकते हैं।

अंत में उन्होंने प्रश्न और उत्तर सत्र में भाग लिया जहां कुछ ईपीएस 95 पेंशनरों ने अपने संबंधित बिंदुओं को स्पष्ट किया है।

आगे यह अनुरोध किया गया है कि C.S.Prasada Reddy NAC,  Central Committee Representatives को वृक्षारोपण की तस्वीरें भेजें, जो बदले में उन्हें केंद्रीय समिति के प्रतिनिधियों को भेजते हैं ताकि वे भारत के प्रधान मंत्री को दिखा सकें और उनका मूल्यांकन कर सकें।


EPS 95 PENSION HIKE LATEST NEWS | EPS 95 MINIMUM PENSION HIKE 7500 | NAC's "Nationwide campaign Date 1.9.202 to 10.9.2020.

EPS 95 Latest News | EPS minimum Pension Hike 7500+DA | EPF Pension Hike News 


National Agitation Committee: -

Urgent Message

NAC's "Nationwide campaign". Date 1.9.2020 to 10.9.2020.

Sending a Request Letter to the Hon. Prime Minister with a copy to Hon.Finance Minister, Hon.Labour Minister, Dr. Jitendra Singh Ji and concern Hon. Member of Parliament by all NAC's Distt. Presidents. 

Prime Minister's letter can be sent by on fax number +91 -11-23019545,23016857
or The same can be sent by pdf file on connect@mygov.nic.in



Also,
send the letter to the following by speed post: -
The Hon. Prime Minister,
South Block, Raisina Hills,
New Delhi-110011

Dr. Jitendra Singh ji's
E mail address-drjitendras@gmail.com
Finance Minister's E mail address-
fmo@nic.in
Labour Minister's E mail address-
molegangwar@yahoo.com

Note: - Copy of Hon.MP
can be handed over to him or his office, if possible.
Pl also send Letter's copy to NAC's E mail address-eps95nac@gmail.com
Commander Ashok Raut -
National President

National Agitation Committee:-
महत्वपूर्ण संदेश👇🏻
NAC का "राष्ट्र व्यापी"अभियान. *दिनांक 1.9.2020 से10.9.2020.
सभी प्रांतो के जिला अध्यक्षो द्वारा मा. प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर भेजना व उसकी प्रति मा. वित्त मंत्री, मा. श्रम मंत्री , मा. डॉ. जीतेन्द्र सिंह जी व अपने क्षेत्र के मा.संसद सदस्य को सादर करना.
मा. प्रधानमंत्री जी का पत्र Fax नंबर +91 -11-23019545,23016857
पर Fax कर भेजा जा सकता है या
पत्र की pdf फाईल तयार कर connect@mygov.nic.in पर E mail किया जा सकता है

 

साथ ही पत्र को स्पीड पोस्ट द्वारा नीचे लिखे पर भेजिये:-
मा. प्रधानमंत्री जी,
साऊथ ब्लॉक, रायसिना हिल्स,
नई दिल्ली-110011
डॉ. जीतेन्द्र सिंह जी का E mail Address-drjitendras@gmail.com
मा. वित्त मंत्री जी का E mail Address- fmo@nic.in
मा. श्रम मंत्री जी का E mail Address-
molegangwar@yahoo.com
नोट:-संबंधित संसद सदस्य महोदय की प्रति,यदि संभव हो, तब स्वयं मिलकर सौपी जा सकती है या उनके कार्यालय में दी जा सकती है.
निवेदन है कि NAC मुख्यालय की प्रति NAC के E mail Address -eps95nac@gmail. com पर भेजिये व ग्रुप में भी पोस्ट कीजिये.

कमांडर अशोक राऊत -
राष्ट्रीय अध्यक्ष

पत्र



 

Tuesday, September 1, 2020

EPS 95 Pensioners Latest News | National Level Meeting of NAC Members & EPS 95 Pesioners for Minimum Pension 7500 Hike

EPS 95 PENSION LATEST NEWS | EPS 95 PENSIONERS HIGHER PENSION NEWS


As per schedule NAC organized online zoom Meeting with NAC Members & EPS 95 Pensioners on 1 September 2020.

In this meeting Commander Ashok Raut informed about the recent development of EPS 95 Pensioners Issue to all the participants in the meeting.

Before starting meeting NAC Members & EPS 95 Pensioners  paid homage to Mr. Pranab Mukherjee, our late President. 

Then Commander Ashok Raut informed 95 participants, that our issues were placed before Hon. Prime Minister on 4th March 2020 and all about the meeting with PM.

Soon after patient hearing the Prime Minister called Jitendra Singh,  Minister of development of North Eastern region and minister of state for Prime Minister’s office personnel, public grievances and pensions.


Jitendra Singh has taken Ashok Rout Ji  to his office and discussed the pensioners issue for about 2 hours in the ministers chamber. As per instructions of Hon. Prime Minister, Dr. Jithendra Singh, our State Minister is taking follow up with Central Provident Fund Commissioner and connected people to resolve EPS 95 Pensioners long pending demands like

1. Minimum pension of Rs 7500

2. Provision of DA facility.

3.Free medical facilities to the pensioner and spouse

4. Withdrawal of interium Advisory dt. 17-5-2017, thus creating provision for higher pension.

5. And Rs. 5000 minimum pension for non.optees of FPS Scheme or PF Scheme.

The Prime Minister had not called  any political party representatives and Union Representatives to discuss EPS 95 pensioners problems. It is because of honesty, sincere efforts and service motive of NAC , the  Prime Minister allowed to discuss on the EPS 95 pensioners problems. 

He explained the Prime Minister duly reminding the shram Yogi pension and Atal Pension Yojana of Central Government and  EPS 95 pensioners who have deposited about 20 lakh rupees and more than that by way of contributions to the EPFO.  Inspite of their own money, most of them are getting pension of around  Rs. 1000 rupees. 



Ashok Rao Ji also met the Labour minister and explained EPS 95 pensioners unsolved problems.  The Labour Minister told that from now the EPS 95 pension  problem is not the problem of Ashok Rout  and it became the problem of the Prime Minister. But, a period of six months completed and  no result has turned out. Recently Smt Hema Malibu ji wrote a reminder letter to the Prime Minister on 02.07. 2020 about pension. Ashok Rout Ji is expecting a positive good result within one or one and half months. He has reiterated that  we do not belong to any political party and not affiliated to any  union.It is the social service Group.

Then after this, Ashok Rout Ji appealed to the EPS 95 pensioners to participate in constructive  service to the nation. That is  tree plantation in the entire India and also in the world like Australia,  America, Dubai wherever EPS 95 members are available in those countries. The task also can be taken up by the well wishers/relatives/supporters.

He described  it as a “Gods sent opportunity” to plant trees by our community irrespective of caste, religion, community and area.

It is also appealed to write letters or send messages  to the Prime Minister through Prime Ministers Office or by other means.  The details of which are in Online available. Also alleged that  there are favorable judgements in favour of  higher pension optees in the years 2016 and 2019. Cases in Court has to be removed and implement the judgement of the supreme court.

He appealed the pensioners not to give money to the miscreants who are doing false promises and also not spend money for courts for some time as already the Supreme Court has given judgement. NAC is not collecting any money.  If you want to donate voluntarily, you can consult the State President for Account Number details. 



At  the end he participated in Question and Answer session where some of the EPS 95 pensioners have clarified  their concerned points.

It is requested to send photographs of the plantation to the southern convener of NAC, C.S.Prasada Reddy who in turn send them to the  Central Committee Representatives so as to show and appraise to the Prime Minister of India.

Read This:

EPS 95 PENSIONERS: NATIONAL LEVEL ZOOM MEETING WITH ALL EPS 95 PENSIONER BY COMMANDER ASHOK RAUT SEE HOW TO JOIN ZOOM MEETING

EPS 95 Pension News: NAC ने की राष्ट्रव्यापी अभियान की घोषणा कर मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को लिखा एक और पत्र 

EPS 95 PENSION NEWS: EPS 95 Pensioners Can Submit Their Life Certificate any Time in a Year | How to Submit Life Certificate



Monday, August 31, 2020

EPS 95 PENSIONERS: NATIONAL LEVEL ZOOM MEETING WITH ALL EPS 95 PENSIONER BY COMMANDER ASHOK RAUT SEE HOW TO JOIN ZOOM MEETING

NATIONAL AGITATION COMMITTEE AND
ALL INDIA EPS 95 PENSIONERS SANGHARSHAN SAMITHI.

NATIONAL LEVEL ZOOM MEETING WITH COMMANDER ASHOK RAUT

Search Zoom App Below to Install to Join Meeting


Dear EPS’95 friends,

There will be a National level ZOOM MEETINGS of delegates and EPS95 pensioners which will be organised by C S Prasad Reddy Chief coordinator Southern Region under instructions from Commander Ashok Raut, National President, at 10.10 am on TUESDAY AND WEDNESDAY ie 1st and 2nd September 2020.

 All EPS 95 Pensioners can download the zoom app and join this meeting by clicking on the link given below.

Join Meeting Click this Link to Join Meeting as Per Schedule start or join a scheduled Zoom meeting.


or if you already installed zoom app on your mobile open app and enter by typing the meeting ID number and password/passcode given below.

  • Meeting ID: 5606955619
  • PASSWORD/PASSCODE:123456


Discipline required for Zoom meeting :-

  • When asked by the host, the participants have to mute their voices.
  • Sit away from family members and children to avoid disturbance to other participants.
  • When turn comes, the participant can UNMUTE and speak.
  • Participant should join the meeting on time sharp at 10.10am. Late joining can not be entertained, since it would be disturbance to others. 

Commander Ashok Raut, National President, National Agitation Committee will participate and inform you the developments taken place after meeting the HON Prime minister, along with Smt Hema Maliniji, Hon. MP, Madura and also further course of agitation need to be done by us. Please cooperate and participate. 


STEPS TO LOGIN INTO ZOOM MEETING :-

  1. Download ZOOM APP in your mobile or Laptop. IF YOU NOT INSTALLED ZOOM APP ON MOBILE CLICK HERE TO INSTALL FROM PLAY STORE. 
  2. Select JOIN MEETING.
  3. TYPE MEETING ID
  4. TYPE PASSCODE/PASSWORD.

You can now join the meeting.

PLEASE TRY AT THE START TIME ie STARTING TIME OF MEETING.

YOURS
C S PRASAD REDDY



 

Friday, August 28, 2020

EPS 95 Pension News: NAC ने की राष्ट्रव्यापी अभियान की घोषणा कर मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को लिखा एक और पत्र

EPS 95 LATEST NEWS | EPS 95 MINIMUM PENSION HIKE 7500+DA | EPS 95 HIGHER PENSION


EPS 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) द्वारा  आगामी राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। इस  माध्यम से वृद्ध  65 लाख EPS 95 पेंशनर्स की मांगो को प्रधांनमंत्री नरेंद्र मोदी जी तक पहुंचाने का प्रयास किता जायेगा । इस अभियान की शुरुआत राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा 21 अगस्त 2020 से मा. प्रधान मंत्री जी को पत्र लिखकर क्र दी गई है। 

राष्ट्रीय संघर्ष समिति की ओर से अभियान की शुरुआत में कहा गया है की  EPS 95 पेंशनर्स बहुत ही कम पेन्शन राशि मिल रही है इस वजह से पेंशनधारक अत्यंत दयनीय व मरणासन्न अवस्था में जीवन जी रहे है , लेकिन फिर भी अपने सन्मान के लिये सतत संघर्षरत EPS 95 पेंशन योजना के तक़रीबन 65 लाख पेन्शन धारको के उज्ज्वल भविष्य के लिये कार्यरत राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा हजारों आंदोलन करने के बाद EPS 95 पेन्शनधारकों की न्यायोचित मांगो को पूर्ण करवाने हेतु , अब प्रत्येक EPS 95 पेन्शनधारक द्वारा अपनी आवाज को मा. प्रधानमंत्री जी तक पहुंचाने के लिये NAC का एक रचनात्मक अभियान की घोषणा की है।


राष्ट्रीय संघर्ष समिति के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का विवरण 

दिनांक

पेंशनर्स अभियान

अभियान की जिम्मेदारी

21 अगस्त 2020

प्रधानमंत्री मोदी जी के नाम ज्ञापन

EPS 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) के राष्ट्रिय अध्यक्ष द्वारा

25 अगस्त 2020 से 31 अगस्त 2020 तक

EPS 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) के सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा, प्रधानमंत्री मोदी जी के नाम ज्ञापन।

NAC के सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा सभी सांसदों और विधायकों के नाम ज्ञापन।

EPS 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) के सभी प्रदेशो के प्रदेश अध्यक्ष

01 सितम्बर से 05 सितम्बर 2020 तक

EPS 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) के सभी जिलों के जिला अध्यक्ष द्वारा, प्रधानमंत्री मोदी जी के नाम ज्ञापन।

EPS 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) के सभी जिलों के जिला अध्यक्ष

01 सितम्बर से 10 सितम्बर 2020 तक

सभी 65 लाख ईपीएस 95 पेंशनर्स के द्वारा पत्र , ईमेल , ऑडियो, विडिओ सन्देश, फ्लैग्स , सोशल मिडिया आदि के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी जी तक अपनी आवाज को पहुंचना।

सभी 65 लाख ईपीएस 95 पेंशनर्स

01 सितम्बर से 10 सितम्बर 2020 तक

EPS 95 शहीदो के नाम वृक्षारोपण , जो NAC के आंदोलन के दौरान, सन्मानपूर्वक पेन्शन की चाह में, हमें छोडकर , इस संसार से बिदा हो गये.

NAC के सभी राष्ट्रिय , प्रदेश , जिला व् तहसील अध्यक्ष एवं सभी ईपीएस 95 पेंशनर्स और उनके सहयोगी।


EPS 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) के इस अभियान का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तक ईपीएस 95 पेंशनर्स की समस्या को पहुंचना और उनसे पेंशनधारको की उचित मांगो के लिए सिफारिस करना है इस अभियान को सभी 65 लाख ईपीएस 95 पेंशनर्स से लेकर जिला , राज्य और राष्ट्रिय स्तर तक चलाये जाने की घोषणा  राष्ट्रीय संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउतजी द्वारा की गई है।


Letter of EPS 95 NAC Committee Written to Prime Minister Narendra Modi to Solve EPS 95 Pensioner Demand

मा. श्री नरेन्द्र मोदी जी,
भारत सरकार, नई दिल्ली,

विषय : आज ‘अंतरराष्ट्रीय सीनियर नागरिक दिवस” के अवसर पर, विनम्र अनुरोध है की 65 लाख EPS95 पेंशनरों को जीने लायक EPS95 पेंशन में वृद्धि की जाये।

इस से पहले  की गए पत्र का अवलोकन

  • श्रीमती, हेमा मालिनी जी सांसद की उपस्थिति में संयुक्त बैठक Dtd.04 मार्च, 2020.
  • हमारा विनती पत्र Dtd.13 मई, 2020.
  • श्रीमती, हेमा मालिनी जी, सांसद का पत्र dtd.02nd जुलाई, 2020.

माननीय, प्रधानमंत्री महोदय,

आज के अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर हम विशेषाधिकार प्राप्त वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू किए गए विभिन्न उपायों के लिए आपका सम्मान करते हैं।



इस समय हम 04 मार्च, 2020 को हमारे प्रतिनिधिमंडल को सुनने के बाद, प्राथमिकता के आधार पर हमारे वृद्धावस्था EPS95 पेंशनभोगियों के वास्तविक मुद्दों के निवारण के लिए पीएमओ को जारी किए गए तत्काल निर्देशों की ओर अपना ध्यान आकर्षित कर रहे है जिसके लिए Hon. Smt. हेमा मालिनी जी, सांसद मथुरा, के साथ जिन महत्वपूर्ण, मुख्य मुद्दों पर चर्चा की गई

  1. ईपीएस 95 पेंशनधारकों की रु .7500 / – की न्यूनतम पेंशन का वृद्धि कर DA के साथ जोड़ा जाय। 
  2. उच्च वेतन पर उच्चतर पेंशन की अनुमति देने के लिए माननीय न्यायालय के 04.10.2016 आदेश का सम्मान किया जाये, जिसपर श्रम मंत्रालयने 23 मार्च, 2017 को मानद के आधार पर मंजूरी दी गई, लेकिन कुछ ईपीएफओ अधिकारियों द्वारा 31.05.2017 को एक आदेश जारी करके सुप्रीम कोर्ट और श्रम मंत्रालय के आदेश को रोक दिया गया जिसे लागु किया जाये।
  3. EPS95 पेंशनभोगी और उनके पति / पत्नी को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ दिया जाये।
  4. सेवानिवृत्त कर्मचारी जो इस ईपीएस 95 योजना में पूर्व में नहीं जोड़े गए थे, उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। अन्यथा वरिष्ठ नागरिक योजनाओं के साथ मानवीय आधार पर रु 5000 / – की न्यूनतम पेंशन प्रदान किया जाये।

COVID-19 द्वारा बनाए गए वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दे को ध्यान में रखते हुए, हम उपरोक्त मुद्दों का जल्द से जल्द निवारण करने की प्रतीक्षा कर रहे थे। इस बीच हम वृद्धावस्था के कारण दिन-प्रतिदिन अपने वरिष्ठ नागरिक पेंशनरों को खो रहे हैं और चिकित्सा खर्चों में असमर्थता है।

महोदय, आप जानते हैं कि विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस बुजुर्ग कर्मियों के कल्याण के लिए काम करने, उनकी भूख और गरीबी को समाप्त करने में मदद करने की सरकार की प्रतिबद्धता को याद दिलाने का एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह वृद्ध व्यक्तियों को याद करने और उन्हें मनाने और उनके योगदान के लिए धन्यवाद करने का दिन है।

माननीय महोदय, कृपया जल्द से जल्द न्याय करें।

कमांडर अशोक राउत (सेवानिवृत्त) राष्ट्रीय अध्यक्ष

कॉपी सम्मान के साथ आगे भेजे गए:
माननीय, डॉ.जिन्तेन्द्र सिंह जी, पीएमओ, भारत सरकार, नई दिल्ली के लिए समझौता ज्ञापन।
माननीय, हेमा मालिनी जी, मथुरा (यू.पी.)

CLICK HERE TO SEE OFFICIAL LETTER COPY SENT TO PM BY NAC

 

EPS 95 PENSION NEWS: EPS 95 Pensioners Can Submit Their Life Certificate any Time in a Year | How to Submit Life Cirtificate

EPS 95 PENSIONERS LIFE CERTIFICATE SUBMISSION NEAREST CSC CENTER  FIND


Pensioners covered under Employees' Pension Scheme, 1995 (EPS, 1995) can now submit their life certificate any time during the year. Earlier, EPS pensioners were required to submit the life certificate in the month of November every year. 

Remember this decision of Employees' Provident Fund Organisation (EPFO) is applicable to only those pensioners who are covered under the Employees' Pension Scheme, 1995, i.e. non-government pensioners covered under Employees Provident Fund Scheme during their working years. Therefore, central and state government pensioners will continue to submit their life certificate in the month of November every year. 


The decision to allow EPS pensioners to submit their life certificate any time during the year was announced by the EPFO via circular dated December 18, 2019. The move is aimed at facilitating the submission of life certificate every year and also to ensure that the pension of a genuine pensioner is not stopped.



The move will benefit the 64 lakh EPS pensioners. The life certificate once submitted any time during the year will remain valid for one year. Therefore, if a pensioner has submitted the life certificate recently in the month of November 2019, then you can submit the life certificate any time before the month of November, 2020. If the certificate is submitted in the month of August 2020, then it will remain valid till August 2021. 


In this case the EPS pensioner would be required to submit the life certificate any time on or before August 2021. If the pensioner does not submit the life certificate by August 2021, then the pension will be stopped from the next month i.e. from September 2021 in this example.

SAMPLE OF DIGITAL LIFE CERTIFICATE


 

Good News For Pensioners: Very Good Order By Supreme Court of India: Pension is succour for post-retirement period. It is not a bounty payable at will

EPS 95 Latest Update on Higher Pension Cases in Supreme Court 



Pension is succour for post-retirement period. It is not a bounty payable at will, but a social welfare measure as a post-retirement entitlement to maintain the dignity of the employee………...

We begin by, once again, emphasising that the pensionary provisions must be given a liberal construction as a social welfare measure. This does not imply that something can be given contrary to rules, but the very basis for grant of such pension must be kept in mind, i.e., to facilitate a retired Government employee to live with dignity in his winter of life and, thus, such benefit should not be unreasonably denied to an employee, more so on technicalities

REPORTABLE

IN THE SUPREME COURT OF INDIA
CIVIL APPELLATE JURISDICTION
CIVIL APPEAL NO. 3984 OF 2010

V. SUKUMARAN …Appellant
Versus
STATE OF KERALA & ANR. …Respondents

JUDGMENT
SANJAY KISHAN KAUL, J.
 

1. Pension is succour for post-retirement period. It is not a bounty payable at will, but a social welfare measure as a post-retirement entitlement to maintain the dignity of the employee. The appellant has been claiming his entitlement for the last almost 13 years but unsuccessfully, despite having worked with Government departments in various capacities for about 32 years.

The Facts:

2. The controversy emanates from the appellant having worked in these different capacities with two different departments from time to time, albeit continuously. The appellant joined respondent No. 2, Department of Fisheries of the State Government of Kerala as a Casual Labour Roll (for short ‘CLR’) worker on 7.7.1976 in a then pilot project on Pearl Culture, at Vizhinjam, Thiruvananthapuram. He worked upto 29.11.1983 rendering 7 years, 4 months and 23 days of service as a CLR worker whereupon the District Officer, Kerala Public Service Commission (for short ‘KPSC’) advised him to join the Revenue Department, Kannur District as Lower Division Clerk (for short ‘LDC’) on his participation in a direct recruitment process. He accordingly reported for duty on 30.11.1983. On having rendered a few years of service, the appellant sought an inter-departmental transfer from the Revenue Department back to the Fisheries Department and returned to Thiruvananthapuram and joined on 18.9.1987 on probation of two years with the service being subsequently regularised on 18.9.1989. The appellant earned his promotion as Upper Division Clerk (Higher Grade) (for short ‘UDC’) from which post he retired on attaining the age of superannuation on 31.12.2008. The total service rendered by the appellant was about 25 years, but excluding the service as CLR.

Developments:

3. In order to ameliorate the financial remuneration for CLR and Seasonal Labour Roll (for short ‘SLR’) posts, the State Government passed a slew of Government Orders (for short ‘G.O.’) from time to time and that is what gave hope and cause of action to the appellant as he sought the benefits under the same. 


4. Some CLR workers were aggrieved by their non-regularisation of service, despite a G.O. dated 4.11.1989, which had provided for their absorption as SLR workers if they had rendered 240 days a year of service in the Fisheries Department prior to 16.9.1985. On these persons approaching the High Court, the State Government was asked to address the issue and on such examination G.O. dated 20.8.1993 was issued creating 29 SLR posts in the Fisheries Department for absorption of the existing CLR workers. A G.O. was also issued on 31.3.2001 subsequently noting that these 29 SLR posts were created for such of the CLR workers who had completed 500 days of work before 1.4.1987, and  simultaneously 27 employees in the Fisheries Department, who had worked for the past 20 years and had also  completed 8 years as SLR workers were ordered to be permanently absorbed with consequent pensionary and provident fund benefits. Subsequently, the service and wage conditions of the SLR workers of the Fisheries Department were brought at par with those in the Agriculture and Animal Husbandry Department with effect from 31.3.2001 in pursuance of the G.O. dated 13.7.2006. It was, however, also stipulated that no new appointments would be made in the Fisheries Department in the CLR/SLR/HR categories.

5. Another significant development was the issuance of G.O. dated 21.8.2006 to the effect that the Pension (Gratuity) Rules of the SLR Workers/Permanent Labourers of Fisheries Department hereinafter
referred to as the ‘Pension Rules’) were framed to grant pension to these workers and bringing them at par with those working in the Agriculture and Animal Husbandry Department. The Pension Rules were brought with retrospective effect from 31.3.2001. These Pension Rules were to apply to all those SLR workers/Permanent Labourers of Departmental Hatcheries/Farms in the Fisheries Department, who were still in service as well as who had not completed 60 years of age as on that date. Significantly, Rule 4(f)(iii) of the Pension Rules, inter alia, defined that 200 days or more work in a calendar year during the period of service spent as casual labourer in the departmental farms prior to permanency would be treated as one year qualifying for pension. The legal significance was that service rendered as a casual labourer of a certain number of days was equated with one year of permanent service for purposes of pension qualification.

The Cause of the Appellant:

6. In view of the aforesaid developments, the appellant made a representation dated 27.11.2006 to the Assistant Director of the Fisheries Department for passing orders to treat his period of CLR service of more than 7 years as qualifying service for pension. In effect what the appellant claimed was that he should be treated at par with the other CLR service workers having worked in the Department for the requisite period of time. A plea of parity was, thus, raised. 

7. The appellant, in this representation also made a request to be provided with service details of other such workers, and obtained requisite information which showed that the appellant’s name featured at the 2nd place out of 6 persons in order of starting of the casual service on the aforementioned pilot project. Thus, he was very senior. This representation received favourable consideration by respondent No. 2, Department of Fisheries with a recommendation being made by the Director. In the meantime, another G.O. dated 19.1.2007 was also issued clarifying that the casual service period of farm labourers would be counted for calculating qualifying service for pension and requiring all pension claims to be settled accordingly with prospective effect. However, the State Government/respondent No. 1 finally did not accept the recommendation of the Fisheries Department and rejected the representation of the appellant vide letter dated 16.5.2007 as according to the State Government the benefit could not be extended to the appellant since he was appointed by the KPSC and had not been absorbed in the Fisheries Department from the CLR service. If one may say, the other CLR employees who went through the process of regularisation, thus, gained the benefit which was sought to be denied to the appellant who came through a regular employment process through the KPSC. 8. The aforesaid, thus, gave rise to the cause for the appellant to file writ petition, being WP(C) No. 22931/2007, against the respondents pertaining to the quantum of pensionary benefits he was to receive at the time of retirement with the prayer that his service as a CLR worker from 7.7.1976 to 29.11.1983 be counted as 8 years of 1
qualifying service for pension.. The claim was predicated on the following grounds:

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